मैं हिंदू के घर गया
कहा दीवाली की बधाई
दोनों ने मुस्कान बिखेरी
मैं मुसलमान के घर गया
कहा नया साल मुबारक़
दोनों हंसे
मैं ईसाई के घर गया
कहा मैरी क्रिसमस
दोनों ने स्माइल दी
मैं इंसान के पास गया
काफ़ी देर ढूंढना पड़ा मुझको
वह बेघर था
त्यौहार तो छोड़िए
तारीख़ तक याद न थी उसे
दोनों काफ़ी देर तक
रोते रहे
-संजय ग्रोवर
कहा दीवाली की बधाई
दोनों ने मुस्कान बिखेरी
मैं मुसलमान के घर गया
कहा नया साल मुबारक़
दोनों हंसे
मैं ईसाई के घर गया
कहा मैरी क्रिसमस
दोनों ने स्माइल दी
मैं इंसान के पास गया
काफ़ी देर ढूंढना पड़ा मुझको
वह बेघर था
त्यौहार तो छोड़िए
तारीख़ तक याद न थी उसे
दोनों काफ़ी देर तक
रोते रहे
-संजय ग्रोवर